आज कल समझदार वो होता है,
जो वक्त के रुख को देख कर झुकना सीखे,
और रुख बदलता देख दुश्मन को झुकाना सीखे।
प्यार से बात करोगे तो प्यार ही पाओगे ,
अगर अकड़ के बात की तो मेरी block list में नज़र आओगे।
मेरी किस्मत को परखने की गुस्ताखी मत करना,
पहेले भी कई तुफान का रुख मोड़ चुका हूँ…!
बड़ा नाम, बढ़ती पहचान,
बढ़ती दुश्मनी सब कुछ है मेरे पास
जिगर बालो का डर से कोई बास्ता नही होता,
हम वहाँ कदम रखते हैं जहाँ कोई रास्ता नही होता।
हमारी हैसियत का अंदाज़ा,
तुम ये जान के लगा लो,
हम कभी उनके नही होते,
जो हर किसी के हो जाए।
मुझे खैरात में मिली ख़ुशियाँ अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने ग़मों में भी रहता हूँ नवाबो की तरह|